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महात्मा गांधी के अनमोल विचार महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था, जिन्हें बापू के नाम से भी जाना जाता था। देश के विकास में उनका बहुत बड़ा योगदान है। जिन्हें हम कभी नहीं भूल सकते। आज हम कुछ महात्मा गांधी उद्धरण हिंदी में देखेंगे। जिसे पढ़ने के बाद आपको बहुत मोटीवेशन मिलेगा।

Mahatma Gandhi Quotes Hindi

आपको मानवता में कभी भी विश्वास नहीं खोना चाहिए,मानवता सागर के समान है,
यदि सागर की कुछ बूँदें गन्दी हैं,तो पूरा सागर गंदा नहीं हो जाता।
– महात्मा गाँधी

प्रार्थना ह्रदय से करना बेहतर हैं,केवल शब्दों से नहीं।
– महात्मा गाँधी

अहिंसा केवल आचरण का स्थूल नियम नहीं, बल्कि मन की वृत्ति है,
जिस वृत्ति में कहीं भी द्वेष की गंध तक नहीं रहती, वह अहिंसा है।
– महात्मा गाँधी

अनमोल वचन
अनमोल वचन


पहले वह आप पर ध्यान नहीं देंगे,फिर आप पर हंसेंगे,
फिर आपसे लड़ेंगे और तब आप जीत जाएंगे।
– महात्मा गाँधी

पहले वह आप पर ध्यान नहीं देंगे, फिर आप पर हंसेंगे, फिर आपसे लड़ेंगे और तब आप जीत जाएंगे। – महात्मा गाँधी
पहले वह आप पर ध्यान नहीं देंगे, फिर आप पर हंसेंगे, फिर आपसे लड़ेंगे और तब आप जीत जाएंगे। – महात्मा गाँधी

भविष्य इस बात पर निर्भर करता है,
कि आप आज क्या करते हैं।
– महात्मा गाँधी

ऐसे जिए जैसे कि आपको कल मरना है,
और सीखें ऐसे जैसे आपको हमेशा जीवित रहना है।
– महात्मा गाँधी

खुशी तब होती है जब आप जो सोचते हैं, आप जो कहते हैं, और आप जो करते हैं, ये तीनो सामंजस्य में हो।
– महात्मा गाँधी


बुद्धिमान लोग काम करने से पहले सोचते है
और मूर्ख लोग काम करने के बाद।
– महात्मा गाँधी

आप तब तक यह नहीं समझ पाते की आपके लिए कौन महत्‍वपूर्ण है,
जब तक आप उन्‍हें वास्‍तव में खो नहीं देते।
– महात्मा गाँधी

किसी देश की महानता, वहां जानवरों से कैसे पेश आते हैं, से पता चल जाता हैं।
– महात्मा गाँधी

सात घनघोर पाप-
1. काम के बिना धन
2. अंतरात्मा के बिना सुख
3. मानवता के बिना विज्ञान
4. चरित्र के बिना ज्ञान
5. सिद्धांत के बिना राजनीति
6. नैतिकता के बिना व्यापार
7. त्याग के बिना पूजा
– महात्मा गाँधी

गरीबी हिंसा का सबसे खराब रूप है। – महात्मा गाँधी

अहिंसा केवल आचरण का स्थूल नियम नहीं,बल्कि मन की वृत्ति है,
जिस वृत्ति में कहीं भी द्वेष की गंध तक नहीं रहती,वह अहिंसा है।
– महात्मा गाँधी

दुनिया हर किसी के जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त है,
लेकिन हर किसी के लालच को पूरा करने के लिए नहीं।
– महात्मा गाँधी

यदि कोई संस्कृति एकमात्र होने का प्रयास करती है तो यह ज्यादा दिन जीवित नहीं रह सकती है।
– महात्मा गाँधी

नैतिकता चीजों का आधार है और सच्चाई सभी नैतिकता की जड़ है।
– महात्मा गाँधी

दीया जलाना है तो अंधेरों में जलाइए,उजालों में क्या रखा है,
अपने मन को दयालु बनाइए,क्रूरता में क्या रखा है।
– महात्मा गाँधी

ताकत शारीरिक शक्ति से नहीं आती है,यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है।
– महात्मा गाँधी

सभी धर्म एक ही शिक्षा देते हैं,बस उनके दृष्टिकोण अलग-अलग हैं।
– महात्मा गाँधी

क्रोध, अहिंसा और गौरव का दुश्मन है। यह एक राक्षस हैं, जो इन्हे निगल जाता है।
कोई भी मेरी अनुमति के बिना मेरी भावनाओ को ठेस नहीं पहुचा सकता।
– महात्मा गाँधी

खुद वो बदलाव बनिए,जो दुनिया में आप देखना चाहते हैं।
– महात्मा गाँधी

शक्ति दो प्रकार की होती है। एक को सज़ा के डर से और दूसरा प्यार के कामो से प्राप्त होती है।
– महात्मा गाँधी

व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है,वह जो सोचता है वही बन जाता हैं।
– महात्मा गाँधी

प्यार के आधार पर शक्ति एक हजार गुना अधिक प्रभावी और स्थायी है, बजाय दंड के डर से।
– महात्मा गाँधी

भविष्य में क्या होगा,मैं इस बारे में नहीं सोचना चाहता,
मुझे तो वर्तमान की चिंता है ,भगवान ने मुझे आने वाले क्षणों पर कोई नियंत्रण नहीं दिया है।
– महात्मा गाँधी

केवल प्रसन्नता ही एकमात्र इत्र है,
जिसे आप दुसरो पर छिड़के तो उसकी कुछ बुँदे अवश्य ही आप पर भी पड़ती है।
– महात्मा गाँधी

हमेशा अपने विचारों, शब्दों और कर्म कर पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें।
– महात्मा गाँधी

अपने ज्ञान पर ज़रुरत से अधिक यकीन करना मूर्खता हैं,
यह याद दिलाना ठीक होगा कि सबसे मजबूत कमजोर हो सकता है
और सबसे बुद्धिमान गलती कर सकता हैं।
– महात्मा गाँधी

मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है,सत्य मेरा भगवान है और
अहिंसा उसे पाने का साधन।
– महात्मा गाँधी

एक अच्छा इंसान सभी जीवों का मित्र होता है।
– महात्मा गाँधी

नैतिकता चीजों का आधार है और सच्चाई सभी नैतिकता की जड़ है।

– महात्मा गाँधी

पुस्तकों का मूल्य रत्नों से भी अधिक है
क्योंकि पुस्तकें आत्मा को उज्जवल करती हैं।
– महात्मा गाँधी

हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें
और सब कुछ ठीक हो जाएगा।
– महात्मा गाँधी

अपनी बुराई हमेशा सुने
और अपनी तारीफ कभी न सुने

– महात्मा गाँधी

जिस दिन से एक महिला रात में सड़कों पर स्वतंत्र रूप से चलने लगेगी,
उस दिन से हम कह सकते हैं कि भारत ने स्वतंत्रता हासिल कर ली हैं।
– महात्मा गाँधी

आपको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए। मानवता एक महासागर है; अगर महासागर की कुछ बूंदें गन्दी गिर जाती हैं, तो महासागर गंदा नहीं होता है।

– महात्मा गाँधी

मनुष्य की ज़रूरत की हर चीज़ प्रकृति में प्रयाप्त मात्रा में हैं लेकिन मनुष्य के लालच की नहीं।
– महात्मा गाँधी


सत्य बिना जन समर्थन के भी खड़ा रहता है,
वह आत्मनिर्भर है।
– महात्मा गाँधी

खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है, खुद को दूसरों की सेवा में न्योछावर कर दो ।

– महात्मा गाँधी

पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम करो।
– महात्मा गाँधी

अहिंसा ही धर्म है, वही जिंदगी का एक रास्ता है।
– महात्मा गाँधी


आप मुझे जंजीरों में जकड़ सकते हैं, यातना दे सकते हैं,
यहाँ तक की आप इस शरीर को नष्ट कर सकते हैं,
आप कभी मेरे विचारों को कैद नहीं कर सकते।
– महात्मा गाँधी


डर शरीर का रोग नहीं है, यह आत्मा को मारता है।
– महात्मा गाँधी


कमजोर कभी माफ़ी नहीं मांगते,
क्षमा करना तो ताकतवर व्यक्ति की विशेषता हैं।
– महात्मा गाँधी


लोकतंत्र की रक्षा के लिए लोगों में स्वतंत्रता,
स्वाभिमान और उनकी एकता की गहरी भावना होनी चाहिए।
– महात्मा गाँधी

एक विनम्र तरीके से, आप दुनिया को हिला सकते हैं।
– महात्मा गाँधी

शक्ति शारीरिक क्षमता से नहीं आती है। यह एक अदम्य इच्छा शक्ति से आती है।

– महात्मा गाँधी

बालक जन्म से पूर्व सीख कर आता है,प्रकृति के साथ रहकर अभ्यस्त होता है।
– महात्मा गाँधी

अक्लमंद काम करने से पहले सोचता है
और मूर्ख काम करने के बाद।
– महात्मा गाँधी

हजारों लोगों द्वारा कुछ सैकडों की हत्या करना बहादुरी नहीं है,
यह कायरता से भी बदतर है,
यह किसी भी राष्ट्रवाद और धर्म के विरुद्ध है।
– महात्मा गाँधी

जो समय बचाते हैं, वे धन बचाते हैं और
बचाया हुआ धन, कमाएं हुए धन के बराबर है।
– महात्मा गाँधी

किसी मित्र के साथ मित्रतापूर्ण होना आसान है,
लेकिन जो आपको शत्रु समझता है
उसके साथ मित्रतापूर्ण होना सच्चे धर्म का सार है।
– महात्मा गाँधी

अच्छा आदमी सभी सजीवों का हितेषी है।

– महात्मा गाँधी

महिला का वास्तविक आभूषण
उसका चरित्र उसकी पवित्रता है।
– महात्मा गाँधी

मनुष्य की प्रकृति हमेशा बुरी नहीं होती,
बुरा स्वभाव होता है प्यार की कमी से,
अपने मानव स्वभाव को कभी निराश नहीं करना चाहिए।
– महात्मा गाँधी

चिंता से अधिक कुछ और शरीर को इतना बर्बाद नहीं करता,
और वह जिसे ईश्वर में थोडा भी यकीन है
उसे किसी भी चीज के बारे में चिंता करने पर शर्मिंदा होना चाहिए।
– महात्मा गाँधी

एक सभी घर के बराबर कोई विद्यालय नहीं है और
एक भले अभिभावक जैसा कोई शिक्षक नहीं है।
– महात्मा गाँधी

भूल करना पाप है ,पर उसे छुपाना उससे भी बड़ा पाप है।
– महात्मा गाँधी


एक नेता होने का कोई अर्थ नहीं जब वह
अपनी अंतरात्मा की आवाज के खिलाफ काम करे।
– महात्मा गाँधी

दीया जलाना है तो अंधेरों में जलाइए,उजालों में क्या रखा है,
अपने मन को दयालु बनाइए,क्रूरता में क्या रखा है।
– महात्मा गाँधी

जहाँ प्रेम है वहां जीवन है।
– महात्मा गाँधी

प्रार्थना किसी बूढी औरत का बेकार का मनोरंजन नहीं है।
सही से समझा और लागू किया जाए,
तो ये कर्म का सबसे सशक्त साधन है।
– महात्मा गाँधी


यह स्वास्थय ही है जो हमारा सही धन है,
सोने और चांदी का मूल्य इसके सामने कुछ नहीं।
– महात्मा गाँधी

निरंतर विकास जीवन का नियम है,
और जो व्यक्ति खुद को सही दिखाने के लिए
हमेशा अपनी रूढ़िवादिता को बरकरार रखने की कोशिश करता है
वो खुद को गलत स्थिति में पंहुचा देता है।
– महात्मा गाँधी

दुनिया में ऐसे लोग हैं,जो इतने भूखे हैं कि भगवान उन्हें किसी
और रूप में नहीं देख सकता,सिवाय रोटी के रूप में।
– महात्मा गाँधी

जो व्यक्ति स्वतंत्रता के बारे में सोचता है,
वो किसी अन्य को गुलाम बनाने के बारे में नहीं सोच सकता।
– महात्मा गाँधी






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